ऋषि वेदव्यास कृत
श्रीमद् देवी भागवत पुराण, दूसरा स्कंद
।।ॐ श्री गणेशाय नमः ।।
।। ॐ श्री गुरुवे नमः ।।
मतस्य कन्या का जन्म
IVF, Frozen Biological material, Aerial transportation, a surrogate womb for childbirth, a mermaid possibly giving birth to human children.
ऋषि पराशर द्वारा मत्स्य कन्या सुगंधा बनी तथा व्यास जी के जन्म की रहस्यमयी कथा
Rishi Prashar changes a fisherwoman into Sugandha , Story of thier mutual agreement,birth of Rishi vyas ji
स्वर्गलोक में गंगा को पृथ्वी जाने का शाप, वसुओं को ऋषि वशिष्ठ की गौ चोरी करने के उपलक्ष में शाप , गंगा पुत्र भीष्म का जन्म
Devi Ganga is banished from Swarglok, Vasus steal rishi Vashisths Cow and recieve thier curse, Dhyo is born as Bheeshma , Son of Ganga
राजा शांतनु का पुनः विवाह, देवी सत्यवती के पिता की शर्त , भीष्म का बलिदान
Shantanu ka punar vivah, aur Satyavati ko pane ke liye Bheesma ka balidan
पाण्डु पुत्रों का जन्म
Five Pandav Princes are born
पाण्डु पुत्रों का संक्षिप्त इतिहास तथा उनकी मृत्यु का प्रसंग
Brief history of Pandavs and their end
रुरु तथा प्रमद्वरा, सर्प विष से मृत्यु होने पर रुरु द्वारा पुनः जीवित करने की रहस्यमयी कथा
Ruru and Pramadvara - Story of bringing wife back from death
तक्षक की कश्यप नाम के ब्राह्मण से भेंट, ब्राह्मण द्वारा रिश्वत लेना , राजा परीक्षित के अंत की विचित्र कथा
Takshak meets Kashyap and bribes him to not help the king. Raja Parikshit meets his death.
राजा जन्मेजय का राज्य अभिषेक , उतंग से भेंट तथा सर्प यज्ञ का आरम्भ
Janmejay is crowned as the next king, his meeting, and conversation with Utang.
कद्रू द्वारा छलपूर्वक विनता को दास बंधन में डालना , अपनी माता को बंधन से मुक्त कराने हेतु गरुड़ अमृत लाने चले
Kadru enslaves Vinta while Garud brings Amrit to release his mother.
मनसा पुत्र अस्तिक का जन्म, देवी पुराण की महिमा, स्कन्द २ पूर्ण हुआ
Astik's birth and the glory of the Bhagvat Puran.
Skand 2 concludes
।।ॐ दुम दुर्गायै नमः ।।
।। ॐ नमः शिवाय ।।
References: The reading is from the classical literature "Shreemad Devi Bhagwat Puran by Ved Vyas" Published by Geetapress, Gorakhpur, for purchasing the book in hindi or other questions please contact: _____________________.
Thank you for visiting, Hope you enjoyed listening.
This concludes introduction Part 1 and Part 2 of
Shreemad Devi Bhagvat Puran.
There are 10 more filled with....
fascinating and magical stories